घरघोड़ा, रायगढ़।
प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज युवा प्रकोष्ठ घरघोड़ा द्वारा आज दो चरणों में — थाना प्रभारी घरघोड़ा एवं SDM घरघोड़ा — दोनों को अलग-अलग ज्ञापन सौंपकर कथावाचक आशुतोष चैतन्य द्वारा की गई कथित अपमानजनक टिप्पणी पर कड़ा विरोध दर्ज कराया गया।


समाज के पदाधिकारियों ने बताया कि ग्राम लटियापारा के पेंड्रीपारा रोड, टोलाटोला के पास आयोजित दिव्य सात दिवसीय सत्संग कार्यक्रम के दौरान कथावाचक द्वारा श्री सतनामी समाज पर अत्यंत आपत्तिजनक शब्दों का उपयोग किया गया, जिससे समाजजनों की भावनाएँ आहत हुई हैं।
कार्यक्रम का आयोजन एक निजी निवास स्थान में किया गया था, जहाँ कथावाचक के वक्तव्य से उपस्थित समुदाय में तीव्र असंतोष व्याप्त हो गया।

प्रतिनिधियों ने कहा कि सतनामी समाज एक स्वाभिमानी, शांतिप्रिय एवं समानता के मार्ग पर चलने वाला समाज है। फिर भी कथावाचक द्वारा बार-बार सतनामी समाज एवं गुरु घासीदास बाबा के प्रति अभद्र टिप्पणियाँ की जा रही हैं, जो अत्यंत निंदनीय है और किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं।

ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है आशुतोष चैतन्य द्वारा सतनामी समाज व संत शिरोमणि गुरु घासीदास बाबा के सम्मान को ठेस पहुँचाने वाली टिप्पणी की गई थी, जिसके बाद से समाज में गहरी नाराज़गी है। ऐसी टिप्पणियाँ न केवल समाज को आहत करती हैं बल्कि सामाजिक सौहार्द भी बिगाड़ती हैं।
समाज ने माँग की है कि—
कथावाचक आशुतोष चैतन्य के विरुद्ध तत्काल प्रकरण दर्ज किया जाए,
उनकी शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए,
तथा भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की जाए।
सतनामी समाज युवा प्रकोष्ठ के घरघोड़ा ब्लॉक अध्यक्ष जनेश्वर कुर्रे ने तीखे शब्दों में कहा कि सतनामी समाज हमेशा से स्वाभिमान, शांति और समानता की राह पर चलता आया है। इसके बावजूद कथावाचक द्वारा सतनामी समाज और संत शिरोमणि गुरु घासीदास बाबा पर की जा रही अभद्र टिप्पणियाँ अत्यंत शर्मनाक हैं, इससे पहले भी आदेश सोनी द्वारा टिप्पणी विजय राजपूत के द्वारा परम पूज्य बाबा गुरु घासीदास को अपमानित किया गया आखिर समाज को हमेशा प्रताड़ित किया जा रहा है। समाज ऐसे अपमान को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगा और उचित कार्रवाई होने तक अपनी आवाज बुलंद करता रहेगा।
ज्ञापन सौंपने के दौरान समाज के अनेक पदाधिकारी, सदस्य एवं युवा बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
