घरघोड़ा/रायगढ़।
एनटीपीसी तिलाईपाली परियोजना से प्रभावित गांवों रायकेरा, साल्हेपाली, और आसपास के क्षेत्रों में इन दिनों गहराता अंधेरा ग्रामीणों के लिए चिंता का विषय बन गया है। इन गांवों में मुख्य मार्गों पर लगी स्ट्रीट लाइटों में से आधे से ज्यादा या तो बंद पड़ी हैं या फिर वर्षों से मरम्मत की राह देख रही हैं।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि करोड़ों की लागत से लगाई गई लाइटें कुछ ही समय में जवाब दे गईं, जिससे साफ संकेत मिलते हैं कि काम में गुणवत्ता की भारी अनदेखी की गई है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि स्ट्रीट लाइट परियोजना में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है, तभी तो नियमित मेंटेनेंस और मरम्मत का कोई प्रावधान नहीं किया गया।
गांवों की गलियों व मुख्य मार्गों पर अंधेरा इतना घना हो चुका है कि शाम ढलते ही लोगों को निकलने में डर लगता है। महिलाएं और स्कूली छात्राएं खास तौर पर असुरक्षित महसूस करती हैं। वहीं, अंधेरे का फायदा उठाकर चोरी और असामाजिक गतिविधियों में भी बढ़ोतरी हो रही है।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पंचायत प्रतिनिधियों ने कई बार शिकायतें कीं, परंतु प्रशासन और संबंधित विभाग से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही।
ग्रामीणों की मांग है कि शीघ्र ही बंद पड़ी स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत कर उन्हें पुनः चालू किया जाए, दोषियों की जांच कर कार्रवाई हो और गांवों को एक बार फिर रोशनी से जोड़ा जाए।