को भी मजबूत करेगा। प्रत्येक समाधान शिविर में जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी और हितग्राहीमूलक योजनाओं के फॉर्म भी वितरित किए जाएंगे। खंडस्तरीय प्रभारी अधिकारी, अनुभाग, विकासखंड तथा जिला स्तर के अधिकारी मौके पर उपस्थित रहेंगे। इसके साथ ही जनप्रतिनिधियों की सहभागिता भी सुनिश्चित की जाएगी, जिससे यह पहल और अधिक जनोन्मुखी बन सके। स्वयं मुख्य मंत्री सहित उप मुख्यमंत्रीगण, मंत्रीगण, मुख्य सचिव, प्रभारी सचिव एवं राज्य शासन के अधिकारी भी कुछ शिविरों में शामिल होंगे तथा वहां आवेदकों से भेंटकर उनकी समस्याओं और निराकरण के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। “सुशासन तिहार 2025” एक ऐसा अभिनव प्रयास है, जो शासन और नागरिकों के बीच की दूरी को पाटने, समस्याओं के शीघ्र समाधान को सुनिश्चित करने और लोकतंत्र की नींव को और मजबूत करने का कार्य करेगा। यह पहल जिले को सुशासन की दिशा में एक आदर्श मॉडल के रूप में स्थापित करने में सहायक सिद्ध होगी।