रायपुर शहर की शैक्षणिक और सामाजिक संस्था, युवा रायपुर द्वारा आयोजित एक प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक कार्यक्रम में मोटिवेशनल स्पीकर श्री अरुण बागडे ने युवाओं को प्रेरित करने वाला व्याख्यान प्रस्तुत किया।
इस कार्यक्रम में श्री अरुण बागडे ने सक्रिय रहने, आत्मविश्वास बढ़ाने, अंग्रेजी बोलने के डर को दूर करने, और पब्लिक स्पीकिंग में सुधार के गुर साझा किए।
मुख्य वक्ता श्री अरूण बागड़े के द्वारा दिए गए व्याख्यान के महत्वपूर्ण बिंदु:
1. हमेशा सक्रिय रहें, अवसर स्वयं मिलेंगे
अरुण बागडे जी ने जोर देकर कहा कि जीवन में सफलता के लिए सक्रिय रहना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि जो व्यक्ति हर समय सक्रिय और उत्साही रहता है, उसे अवसर स्वतः प्राप्त होते हैं। निष्क्रियता व्यक्ति को पीछे धकेलती है, जबकि सक्रियता नए द्वार खोलती है। उन्होंने उदाहरण देकर समझाया कि छोटे-छोटे कदम उठाकर और निरंतर प्रयास करके व्यक्ति अपने लक्ष्यों के करीब पहुंच सकता है।

2. सीखा हुआ लागू करना जरूरी
उन्होंने कहा कि केवल सीखना पर्याप्त नहीं है, बल्कि उसे व्यवहार में लाना जरूरी है। जो कुछ भी हम सीखते हैं, उसे तुरंत उपयोग में लाना चाहिए। इससे न केवल हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है, बल्कि हमारी क्षमताएं भी निखरती हैं। उदाहरण के तौर पर, उन्होंने बताया कि अंग्रेजी सीखने के लिए किताबें पढ़ना काफी नहीं, बल्कि उसे बोलने और लिखने में उपयोग करना होगा।

3. मन में जो है, उसे करते जाएं
अरुण जी ने प्रेरित करते हुए कहा कि अपने मन की बातों को दबाने के बजाय, उन्हें अमल में लाना चाहिए। जो सपने या लक्ष्य मन में हैं, उन्हें हकीकत में बदलने के लिए तुरंत कदम उठाना जरूरी है। उन्होंने जोर दिया कि विचारों को कार्य में बदलने की आदत ही व्यक्ति को सफलता की ओर ले जाती है।

4. जैसा बनना चाहते हैं, वैसा सोचें और करें
उन्होंने युवाओं को सलाह दी कि यदि आप अपने जीवन में कुछ विशेष बनना चाहते हैं, तो उसी के अनुरूप सोचना और करना शुरू करें। सकारात्मक सोच और उचित कार्यों का संयोजन ही सफलता की कुंजी है। उन्होंने कहा कि यदि आप एक आत्मविश्वास से भरे वक्ता बनना चाहते हैं, तो पहले खुद को वैसा करें और फिर उस दिशा में मेहनत करें। सफलता जल्दी ही आपके कदम चूमेगी।

5. बोलने के डर को दूर करने का तरीका
अंग्रेजी बोलने के डर को दूर करने के लिए अरुण जी ने एक सरल और प्रभावी तरीका सुझाया। उन्होंने कहा कि रोजाना आईने के सामने खड़े होकर बोलने का अभ्यास करें। इससे न केवल आत्मविश्वास बढ़ता है, बल्कि बोलने की शैली और हाव-भाव में भी सुधार होता है। यह अभ्यास व्यक्ति को अपनी कमियों को पहचानने और उन्हें सुधारने में मदद करता है।
6. आत्मविश्वास बढ़ाने और पब्लिक स्पीकिंग में सुधार के तरीके
अरुण बडेज जी ने आत्मविश्वास बढ़ाने और पब्लिक स्पीकिंग में सुधार के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए:
- छोटे-छोटे कदम उठाएं: अगर आपको बड़े समूह में बोलने से डर लगता है, तो पहले छोटे समूहों में बोलने का अभ्यास करें। धीरे-धीरे आत्मविश्वास बढ़ेगा।
- सकारात्मक सोच: हमेशा सकारात्मक रहें और अपनी क्षमताओं पर भरोसा करें। नकारात्मक विचार आत्मविश्वास को कमजोर करते हैं।
- अच्छी तैयारी: पब्लिक स्पीकिंग से पहले विषय पर अच्छी तरह तैयारी करें। इससे मंच पर सहजता बनी रहती है।
- शारीरिक हाव-भाव: बोलते समय मुस्कुराएं, आंखों का संपर्क बनाएं, और आत्मविश्वास से भरे शारीरिक हाव-भाव अपनाएं। यह दर्शकों को प्रभावित करता है।
- अभ्यास: नियमित रूप से बोलने का अभ्यास करें, चाहे वह दोस्तों के साथ हो या किसी प्रशिक्षण कार्यक्रम में।
7. कमियों को पहचानें और सुधारें
उन्होंने कहा कि अपनी कमियों को पहचानना एक अच्छी बात है। इससे हमें सुधार का अवसर मिलता है। कमियों को छिपाने के बजाय, उन्हें स्वीकार करें और सुधारने के लिए मेहनत करें। यह आदत न केवल व्यक्तिगत विकास में मदद करती है, बल्कि हमें आत्मविश्वास से भरा बनाती है।

8. डर को मन से निकालें
अरुण जी ने जोर देकर कहा कि मन में डर होने से व्यक्ति कुछ भी हासिल नहीं कर सकता। डर को चुनौती देना और उसका सामना करना ही जीत की कुंजी है। उन्होंने सलाह दी कि डर को दूर करने के लिए छोटे-छोटे कदम उठाएं और धीरे-धीरे अपनी सीमाओं को बढ़ाएं।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित श्री दिलीप नामपल्लीवार, पीआरओ, छत्तीसगढ़ी फ़िल्म इंडस्ट्री ने कहा कि श्री अरुण बागडे जी का यह व्याख्यान अत्यंत प्रेरणादायक और उपयोगी रहा। उनके सुझाव और तकनीकें सरल, व्यावहारिक, और प्रभावी थीं, जो युवाओं के लिए आत्मविश्वास बढ़ाने, अंग्रेजी बोलने के डर को दूर करने, और पब्लिक स्पीकिंग में निपुणता हासिल करने में मददगार साबित होंगी। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने उनके विचारों को उत्साहपूर्वक सुना है और उम्मीद है कि वे सभी मुख्य वक्ता के सुझावों को जीवन में लागू करने का संकल्प लेंगे।
मुख्य अतिथि श्री नामपल्लीवार ने कहा कि शहर की शैक्षणिक और सामाजिक संस्था, युवा रायपुर का प्रत्येक सप्ताह इस तरह के आयोजन युवाओं के लिए एक प्रेरणादायक मंच साबित होंगे।इस तरह के व्याख्यान से उपस्थित सभी लोगों, विशेष रूप से युवाओं, को जीवन में आगे बढ़ने और सफलता प्राप्त करने में मददगार साबित होगा।