घरघोड़ा, रायगढ़।
वार्ड क्रमांक 07 निवासी भरत खंडेल, जो एक दलित परिवार से हैं, ने आरोप लगाया है कि उनके पड़ोसी जगन्नाथ ठाकुर द्वारा वर्षों पुराने उनके आशियाने को बार-बार उजाड़ने की साजिश की जा रही है। इस संबंध में भीम आर्मी भारत एकता मिशन के जिला उपाध्यक्ष संपत कुर्रे द्वारा अनुविभागीय अधिकारी घरघोड़ा को ज्ञापन सौंपा गया है।

ज्ञापन में बताया गया है कि भरत खंडेल के पिता स्व. प्रहलाद द्वारा लगभग 50 वर्ष पूर्व इस जमीन पर मकान बनाकर परिवार सहित निवास किया जा रहा है। लेकिन बीते दो दशकों से जगन्नाथ ठाकुर एवं उसके परिवार द्वारा भरत खंडेल को डराने-धमकाने, गाली-गलौज करने, नली को मुख्य द्वार से जोड़ने, आंगन में दीवार गिराकर निर्माण कार्य में बाधा डालने जैसी हरकतें की जा रही हैं।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख है कि 15 दिसंबर 2022 को व्यवहार न्यायालय घरघोड़ा से त्रुटिवश कब्जा वारंट जारी हुआ और 10 सितंबर 2024 को नगर पंचायत द्वारा मकान खाली करने का नोटिस जारी किया गया, जबकि मामला न्यायालय में लंबित था। इसके बावजूद 14 जुलाई 2025 को पुलिस प्रोटेक्शन और राजस्व अमले के साथ जेसीबी मशीन से घर उजाड़ने की कोशिश की गई।
भरत खंडेल के अनुसार, राजस्व निरीक्षक द्वारा की गई भूमि सीमांकन में स्पष्ट हुआ कि विवादित भूमि (ख.नं. 455/6) पहले से ही जगन्नाथ ठाकुर के कब्जे में है, और पीड़ित दलित परिवार को नाजायज तरीके से परेशान किया जा रहा है।
भीम आर्मी ने चेताया प्रशासन
भीम आर्मी भारत एकता मिशन ने चेतावनी दी है कि यदि इस मामले में दोषियों पर शीघ्र कड़ी कार्रवाई नहीं की गई और पीड़ित परिवार को राहत नहीं मिली, तो संगठन सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
यह मामला न केवल न्यायिक दृष्टिकोण से गंभीर है बल्कि सामाजिक असमानता और जातिगत उत्पीड़न की भी ओर इशारा करता है। पीड़ित परिवार ने प्रशासन से निष्पक्ष जांच कर न्याय की मांग की है।