घरघोड़ा। प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के आह्वान पर आज प्रदेशभर में कर्मचारियों एवं पेंशनरों ने अपनी लंबित मांगों और ज्वलंत समस्याओं के निराकरण हेतु ध्यानाकर्षण आंदोलन के तहत प्रदर्शन किया।

इसी कड़ी में घरघोड़ा में भी बड़ी संख्या में कर्मचारी एकजुट होकर मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन एसडीएम (आईएएस) श्री दुर्गा प्रसाद अधिकारी के माध्यम से सौंपा।
जिला शाखा अध्यक्ष संतोष पाण्डेय ने बताया कि कर्मचारियों की प्रमुख मांगों में —

1️⃣ केंद्र सरकार के समान देय तिथि से महंगाई भत्ता एवं राहत प्रदान करते हुए एरियर राशि जीपीएफ में समायोजित करने,
2️⃣ अवकाश नगदीकरण की सीमा 240 से बढ़ाकर 300 दिन किए जाने,
3️⃣ संविदा, दैनिक व अनियमित कर्मचारियों का नियमितीकरण व सेवा सुरक्षा सुनिश्चित करने,
4️⃣ सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को सेवा काल में चार स्तरीय वेतनमान देने,
5️⃣ सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर करने,
6️⃣ लिपिक, शिक्षक सहित अन्य संवर्गों की विसंगतियों पर गठित समिति की रिपोर्ट प्रकाशित कर लागू करने,
7️⃣ शिक्षक एलबी संवर्ग की सेवा गणना नियुक्ति तिथि से करने,
8️⃣ कैशलेस चिकित्सा सुविधा और बोनस की व्यवस्था करने,
9️⃣ तथा अनुकंपा नियुक्ति में 10 प्रतिशत की सीमा समाप्त करने जैसी मांगे शामिल हैं।
आंदोलन के दौरान कर्मचारियों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए अपनी एकजुटता दिखाई और सरकार से शीघ्र समाधान की मांग की।ज्ञापन सौंपने वालों में संतोष पाण्डेय, केशव पटेल, आशीष शर्मा, रोहित डनसेना, सुरेन्द्र भाटिया, विनोद मेहर, अश्वनी दर्शन, सर्वेश मरावी, ऋषिकेश साहू, वरुण गुप्ता, मनोज गुप्ता, सुरेन्द्र होता, मोहन चौहान, गणेश्वर श्याम, हरिश्चंद बेहरा, विजय पडा, अखिलेश मिश्रा, प्रशांत बेहरा, कृष्णा पैंकरा, ख़ेमसागर पैंकरा, प्रियंक दुबे, सुरज पैंकरा, मनोज गुप्ता, फागू लाल रात्रे, गौकर्ण दास वैष्णव, सुशील पटेल, सीमा खान, सीमा महंत, टिकेश्वरी साहू, फूलकुमारी कंवर, दिनेश सिंह, मनीष नंदे, संजय पंडा, सहनी राम सिदार, सुखदेव चौहान, संजीव राजहंस, पंकज डनसेना, मनोज महंत, संतोष पैंकरा, अजय कुमार, तिलसागर साव, कैलाश पटेल, संतोष चौहान, भोज केसरवानी, सुखसिंह पैंकरा, रेशम सिंह सहित सैकड़ों कर्मचारी मौजूद रहे।पेंशनरों में धीरेन्द्र त्रिपाठी, अभिनव सिंह, धर्मपाल सिंह, नीलू पंडा, नयाज सहित कई सेवानिवृत्त अधिकारी भी इस आंदोलन में शामिल हुए।
👉 कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया गया तो आने वाले समय में आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा।
