घरघोड़ा (रायगढ़), 15 सितंबर 2025घरघोड़ा जनपद पंचायत सभाकक्ष में आज आयोजित आदि कर्मयोगी अभियान की एकदिवसीय कार्यशाला ने पूरे क्षेत्र में विकास को लेकर नई ऊर्जा और उत्साह का संचार किया।

केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी पहल के अंतर्गत देशभर के 550 जिलों में कार्यशालाओं का आयोजन हो रहा है, और इसी क्रम में रायगढ़ जिले के घरघोड़ा में आज का प्रशिक्षण कार्यक्रम जनजातीय विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध हुआ।कार्यशाला में जनपद सचिव, ग्राम पंचायत प्रतिनिधि, प्रधानपाठक, वनरक्षक, छात्रावास अधीक्षक, हैंडपंप तकनीशियन, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, महिला समूहों के सदस्य, लाइनमैन, शिक्षक व अन्य स्टाफ ने सक्रिय भागीदारी निभाई।

सभी ने एकजुट होकर अपने क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास हेतु साझा दृष्टिकोण प्रस्तुत किया।जमीनी समस्याओं से बनेगी विकास की योजनाकार्यशाला में यह निर्णय लिया गया कि 2 अक्टूबर 2025 तक ट्रांजिट वाक के माध्यम से अधिकारी व कर्मचारी क्षेत्र के हर गाँव का दौरा करेंगे।
इस दौरान वे ग्रामीणों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं को समझेंगे और उस आधार पर सामुदायिक विकास की वास्तविक और व्यवहारिक योजना तैयार करेंगे। योजना का उद्देश्य केवल कागज़ों में सिमटी नीतियाँ नहीं, बल्कि धरातल पर उतरने वाले समाधान तैयार करना है।
आदिवासी अंचलों पर विशेष ध्यानघरघोड़ा अंचल की बड़ी जनसंख्या आदिवासी समुदाय से है, जिसकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति अब भी चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। ऐसे में आदि कर्मयोगी अभियान की यह पहल शिक्षा, स्वास्थ्य, रोज़गार और आधारभूत संरचना जैसे अहम मुद्दों पर केंद्रित होकर इन समुदायों को सशक्त बनाने की दिशा में ठोस प्रयास करेगी।अधिकारियों की रही सक्रिय उपस्थिति कार्यशाला में जनपद पंचायत के सभी सचिव, गुरुजी और ब्लॉक स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रशिक्षण में उन्हें यह समझाया गया कि कैसे योजनाओं को गाँव स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू किया जाए, और समुदायों को इसमें सक्रिय रूप से जोड़ा जाए। सामूहिक प्रयासों से योजनाओं की सफलता की संभावनाएँ कई गुना बढ़ जाती हैं।ग्रामवासियों में जगा विश्वासगाँवों से आए कई प्रतिनिधियों ने कार्यशाला के बाद उत्साहपूर्वक बताया कि यदि यह अभियान ईमानदारी से लागू होता है, तो आने वाले वर्षों में घरघोड़ा क्षेत्र की सामाजिक व आर्थिक तस्वीर पूरी तरह से बदल सकती है।
लोगों में यह विश्वास पनप रहा है कि इस बार विकास सिर्फ घोषणाओं तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि उसकी गूंज हर गाँव, हर मोहल्ले तक पहुँचेगी।विकास की नई शुरुआतकार्यशाला से यह स्पष्ट संदेश गया कि प्रशासन अब सिर्फ कार्यालयों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि सीधा गाँव-गाँव जाकर लोगों के साथ खड़ा रहेगा।
प्रत्येक गाँव की समस्याओं को पहचानकर उनके समाधान की दिशा में एक विस्तृत विकास खाका तैयार किया जाएगा ।निष्कर्षतः, घरघोड़ा में आज आदि कर्मयोगी अभियान ने विकास की एक नई दस्तक दी है। यदि केंद्र सरकार की योजनाएं और स्थानीय प्रशासन का समर्पण इसी प्रकार आगे बढ़ा, तो यह अभियान न केवल जनजातीय समाज के लिए वरदान सिद्ध होगा, बल्कि समग्र विकास की एक प्रेरणादायक मिसाल भी बनेगा।–