नारायणपुर, 20 मार्च 2025छत्तीसगढ़ राज्य में विद्यार्थियों के मध्य गाय का वैज्ञानिक पक्ष सामने लाने के उद्देश्य से आयोजित गौ विज्ञान परीक्षा 2024 के जिला स्तरीय परीक्षा का परिणाम आज घोषित किया गया। प्रदेश के 33 में से 30 जिलों में यह परीक्षा संपन्न हुई। कुछ जिलों में अपेक्षित संख्या न होने के कारण उसे समीप के दूसरे जिले से संबद्ध कर दिया गया। जिला स्तर पर प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किये प्रतिभागियों को नगद पुरस्कार 5100, 3100 एवं 1100 रूपये प्रदान किये जाएंगे साथ ही जिले में चतुर्थ एवं पक्म स्थान प्राप्त को गोमय कीट प्रदान किया जाएगा। जिले में प्रथम पाँच स्थान प्राप्त सभी विजेता प्रदेश स्तरीय परीक्षा के लिये पात्र होंगे। प्रदेश स्तरीय परीक्षा आगामी 20 अप्रैल रविवार को रायपुर में प्रातः 10 से 12 बजे संपन्न होगी एवं इसी दिन दोपहर 1 से 4 बजे के मध्य आयोजित कार्यक्रम में जिला एवं प्रदेश स्तर के पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। प्रदेश स्तर पर प्रथम द्वितीय एवं तृतीय आने वालो को क्रमश. 51 हजार, 31, हजार एवं 21 हजार रूपये नगद पुरस्कार दिए जाएंगे। परीक्षा स्थल की सूचना पृथक से दी जाएगी।महाविद्यालय स्तर पर सिर्फ काकेर धमतरी महासमुंद, राजनांदगाव, बालोद दुर्ग, बेमेतरा कवर्धा, बिलासपुर कोरबा, जांजगीर-चांपा एवं सूरजपुर जिलों में ही पर्याप्त संख्या में प्रतिभागी पंजीकृत हुए। इन जिलों में महाविद्यालय स्तर पर घोषित जिला स्तरीय पुरस्कार प्रदान किए जाएगे। चूंकि शेष जिलों में निर्धारित न्यूनतम संख्या में प्रतिभागी पंजीकृत नहीं हुए थे तथापि वहां की समिति से विचार कर सदभावनापूर्वक सभी को भाग लेने दिया तथा उन्हें प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में सम्मिलित होने का अवसर प्रदान किया गया है जहां वे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकते है।उक्त जानकारी देते हुए गौ विज्ञान परीक्षा के प्रदेश परीक्षा प्रमुख सुबोध राठी, सह प्रमुख मनोज पाण्डे, मनोज गुप्ता ने बताया कि इस वर्ष आयोजित परीक्षा के प्रथम चरण में कुल 1 लाख 1 हजार 551 बच्चों ने पूरे प्रदेश में भाग लिया, जिसमें से 6115 बच्चे द्वितीय चरण में जिला स्तरीय परीक्षा में सहभागी हुए। अब कुल 370 बच्चे तृतीय चरण में प्रदेश स्तरीय परीक्षा में सहभागी होंगे। आगामी 5 अप्रैल से विद्यालय एवं महाविद्यालय स्तर पर प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को पुरस्कार वितरण प्रारंभ किया जाएगा जो की उनके विद्यालय स्तर पर वितरित किया जाएगा। प्रदेश के लगभग 6000 विद्यालयों में हुई इस परीक्षा में माध्यम से 10 लाख से अधिक विद्यार्थियों के मध्य माय का सम्पूर्ण विषय रखा गया। संस्था का प्रयास है कि आगामी 4 वर्षों में इस परीक्षा के माध्यम से गाय का धार्मिक एवं वैज्ञानिक पक्ष विद्यार्थियों के मध्य रखकर विद्यार्थियों को गोव्रति बनाया जाय। इस अभियान के माध्यम से छुट्टा गोवंश का व्यवस्थापन हो। घर-घर गौपालन हो हर घर गाय के दूध, दही, घी का सेवन हो। गो आधारित कृषि का व्यापक प्रचार प्रसार हो। स्कूल एवं घरों में किचन गार्डन का निर्माण हो। हर गांव और मौहल्ले में छोटी-छोटी गौ सेवा टोली का निर्माण हो। पूरा प्रदेश आगामी 4 वर्षों में गौ समृद्ध प्रदेश बने ऐसा हमारी संस्था का प्रयास है। 02 फरवरी को जिला स्तरीय गौविज्ञान परीक्षा आयोजित किया गया था, जिसमें गु्रप ए में पहला स्थान कुमारी पूजा देहारी, दूसरा मंजु उयके, तीसरा मनीषा पाण्डेय, चौथा संजय कुमार यादव, पांचवा मासे पोड़ियाम, ग्रुप बी में पहला स्थान कुमारी दिशा मांझी, दूसरा छमेश्वरी सूर्यवंशी, तीसरा अनील ध्रुव, चौथा दुर्गावती खवास, पांचवा खेमेश्वर कावड़े और ग्रुप सी में पहला कुमारी आशा वड्डे तथा दूसरा स्थान कुमारी सोनीका साहू ने प्राप्त किया।