रायगढ़/घरघोड़ा। एनटीपीसी कोल माइनिंग प्रोजेक्ट तलाईपल्ली में कार्यरत संविदा कर्मियों द्वारा परियोजना प्रमुख को एक ज्ञापन सौंपा गया है। ज्ञापन में संविदा कर्मचारियों को नियमित कर्मियों के समान एचआरए (HRA), कम्युनिकेशन और कंवेंस अलाउंस (Conveyance Allowance) जैसे भत्तों का लाभ प्रदान करने की मांग की गई है।

ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि वर्तमान में एनटीपीसी से संबंधित ठेकेदार संस्थानों में कार्यरत संविदा कर्मियों को एनटीपीसी के स्वीकृत भत्ते नहीं मिल पा रहे हैं, जिससे कर्मचारियों के बीच असमानता की स्थिति बनी हुई है। इस पर कर्मियों ने आग्रह किया है कि भविष्य में एनटीपीसी परियोजनाओं के अंतर्गत आने वाले सभी मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट्स में कार्यरत संविदा कर्मियों को भी समान भत्तों का लाभ दिया जाए।
इसके साथ ही ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि एनटीपीसी रायगढ़ में कार्यरत मेंटेनेंस समूह के लिए वर्तमान में कई ठेकेदार कंपनियां (जैसे एम/एस प्रभात मोहंता, सूरीशा एवं के. एन. यादव) कार्य कर रही हैं। इस स्थिति में “वन साइट – वन कॉन्ट्रैक्ट” (One Site – One Contract) की नीति अपनाते हुए सभी ठेकेदारों को एकीकृत करने की मांग की गई है, ताकि कार्य व्यवस्था में पारदर्शिता और समानता बनी रहे।
अंत में कर्मियों ने अनुबंध अवधि एक वर्ष से बढ़ाकर तीन वर्ष करने का अनुरोध किया है, जिससे ठेकेदार एवं संविदा कर्मियों दोनों के हित सुरक्षित रह सकें और तकनीकी कार्यों की निरंतरता बनी रहे।
ज्ञापन पर शीघ्र कार्रवाई कर आवश्यक निर्णय लिए जाने की मांग की गई है।