महाराज जी ने बताया रूद्राभिषेक का अर्थ एवं महत्व

पंडरिया । पंडरिया के प्राचीन श्री जमात मंदिर प्रांगण में रविवार 28 जुलाई को नगर के संस्कृति महिला ग्रुप द्वारा सामुहिक श्री शिव रुद्राभिषेक पूजन का आयोजन किया गया था , जिसमें 12 परिवारों ने 12 पार्थिव शिवलिंग बनाकर पूर्ण विधिविधान और मंत्रोच्चार से परिवार एवं समस्त जनो की मंगलकामना एवं कल्याण हेतु अभिषेक पूजन किया। यह नगर का एक मात्र ऐसा सामूहिक पार्थिव शिव अभिषेक पूजन था जिसमें इतने सारे परिवार के द्वारा एक साथ पूर्ण आस्था एवं उत्साह के साथ अभिषेक पूजन , महायज्ञ और शिवजी की महाआरती की गई है । अभिषेक पूजन के दरमियान पूरा मंदिर प्रांगण हर हर महादेव के जयघोष से गुंजता रहा । पार्थिव शिवलिंग एवं पूजन सामाग्री की समस्त व्यवस्था ग्रुप के द्वारा की गई थी । इसी प्रकार विगत वर्ष भी संस्कृति ग्रुप के द्वारा शिव रूद्राभिषेक का भव्य आयोजन किया गया था ।

शिव रुद्राभिषेक पूजन को पंडरिया काली मंदिर के प्रसिद्ध पुरोहित पंडित श्री संतोष मिश्रा ने पूरे विधि विधान से संपन्न कराया।और बताया रूद्राभिषेक का अर्थ यह है कि भगवान रूद्र का अभिषेक यानि कि शिवलिंग पर रूद्र के मंत्रों का उच्चारण करते हुए अभिषेक करना । पवित्र श्रावण मास में पार्थिव शिवलिंग की पूजा से महादेव सभी कष्ट दूर करते हैं और घर में सुख,शाँति और समृद्धि आती हैं ।
अभिषेक में शामिल सभी महिलाएँ महाआरती के पश्चात थाल मे रखे पार्थिव शिवलिंग को सिर पर रखकर जयघोष के साथ बाँधा तालाब में विसर्जन पूजन करने गई और पूजन कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद भंडारा प्रसाद वितरण किया गया ।
इस अवसर पर संस्कृति महिला ग्रुप की सदस्य श्रीमती सुष्मिता श्रीवास्तव एवं दीदी केशरी वैष्णव के द्वारा अपने परिवार की ओर से भोजन भंडारा प्रसाद की व्यवस्था मे विशेष रूप से सहयोग किया गया ।
इस रुद्राभिषेक पूजन में शामिल हुये हमारे आस्था से जुड़े आयोजनों से हमारी भावी पीढ़ी को भी अपने धर्म और संस्कार इस अभिषेक पूजा मे परिवार के साथ साथ बच्चों में भी बहुत ज्यादा उत्साह रहा है। इस भव्य आयोजन में संस्कृति महिला ग्रुप के सभी सदस्यों सहित नगर के कई परिवारों ने सपरिवार रुद्राभिषेक किया ।
